हरियाणा में इस साल मानसून की शुरुआत समय से पहले होने जा रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया है कि 2025 में मानसून प्रदेश में 24 जून के आसपास दस्तक दे सकता है। आमतौर पर हर साल मानसून 28 जून तक हरियाणा पहुंचता है, लेकिन इस बार यह 4 से 5 दिन पहले ही आ सकता है। यह खबर प्रदेश के किसानों और आम जनता के लिए राहत देने वाली है।
प्री-मानसून की बारिश भी इस बार उम्मीद से ज्यादा हो रही है। मार्च से अब तक प्रदेश में औसतन 39 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य 30 मिमी से करीब 31% अधिक है। विशेष रूप से इस बार दक्षिण-पश्चिमी हवाएं पहले सक्रिय हो गई हैं, जिससे प्री-मानसून में अच्छी वर्षा हुई है। इसके साथ ही कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं और हल्की बारिश भी देखी गई है।
हरियाणा में मानसून के दौरान औसतन 400 से 450 मिलीमीटर बारिश होती है। साल 2023 में यह आंकड़ा 419.3 मिमी रहा था और 2022 में 376.1 मिमी दर्ज की गई थी। वहीं 1988 में सबसे ज्यादा 1108.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी, जबकि सबसे कम बारिश 1901 में केवल 196.2 मिमी हुई थी। इस बार उम्मीद की जा रही है कि मानसून सामान्य से बेहतर प्रदर्शन करेगा और बारिश का आंकड़ा पिछले दो वर्षों से अधिक रहेगा।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मानसून के समय पर आने और अधिक वर्षा होने से खरीफ की फसलों को काफी फायदा मिलेगा। विशेष रूप से धान, कपास और बाजरे जैसी फसलों के लिए समय पर बारिश जरूरी होती है। इससे खेतों में नमी बनी रहेगी और किसानों को सिंचाई पर कम खर्च करना पड़ेगा। मानसून की शुरुआत के साथ ही तापमान में भी गिरावट आएगी और लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
प्रदेश के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में हाल ही में तेज हवाओं के साथ बारिश दर्ज की गई है। हिसार, रोहतक, फतेहाबाद, सिरसा और महेंद्रगढ़ जिलों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और कुछ जगहों पर हल्की वर्षा भी हुई। मौसम विभाग ने बताया कि हरियाणा में 22 मई तक बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके चलते फसलों और बागवानी से जुड़े किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए खेतों में कार्य करें।
हरियाणा के मौसम निदेशक सुरेंद्र पाल के अनुसार इस बार मानसून की चाल मजबूत है और इसके आगमन के बाद अच्छी वर्षा की संभावना है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मानसून के पूर्व संकेतों के अनुसार जून के अंतिम सप्ताह तक मानसून पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा और जुलाई तथा अगस्त में अच्छी बारिश की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि इस बार हरियाणा में मानसून रूट केरल से होते हुए सीधे पहुंचने की संभावना है, जिससे समय पर बारिश शुरू होगी। किसानों को समय रहते अपनी खेती की तैयारियों को पूरा करने की सलाह दी गई है। साथ ही नागरिकों को भी भारी बारिश के दौरान सतर्क रहने की जरूरत है।
हरियाणा में मानसून की समय पर और सामान्य से अधिक वर्षा से जहां किसानों को राहत मिलेगी, वहीं जल संकट झेल रहे क्षेत्रों में भी भूजल स्तर सुधारने में मदद मिलेगी। यह वर्ष प्रदेश के कृषि क्षेत्र के लिए उम्मीदों भरा हो सकता है।

