हरियाणा सरकार ने ग्रुप-डी की बहुप्रतीक्षित भर्ती प्रक्रिया को लेकर बड़ा ऐलान किया है। कुल 7596 पदों पर होने वाली इस भर्ती में अब अनुसूचित जातियों के अंतर्गत आने वाले ‘वंचित’ (डीएससी) और ‘अन्य’ (ओएससी) वर्ग के उम्मीदवारों को भी आरक्षण का लाभ मिलेगा। यह फैसला मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार के उस वादे को पूरा करता है जिसमें सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की बात कही गई थी।
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने घोषणा की है कि CET 2023 ग्रुप-डी परीक्षा में उत्तीर्ण लेकिन चयनित नहीं हुए उम्मीदवारों को, जो अब डीएससी या ओएससी श्रेणी में आते हैं, उन्हें अपनी कैटेगरी अपडेट करने और नवीनतम प्रमाणपत्र अपलोड करने का मौका मिलेगा। इसके लिए आयोग ने एक पोर्टल (https://groupdsc.hryssc.com) शुरू किया है, जहां 13 मई से 16 मई 2025 तक उम्मीदवार अपना प्रमाणपत्र अपलोड कर सकते हैं।
इस भर्ती प्रक्रिया में सरकार ने ‘अंत्योदय’ के सिद्धांत को प्राथमिकता दी है, जिसके तहत सबसे पिछड़े तबके को पहले अवसर दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक निर्णय हरियाणा में सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम है। डीएससी वर्ग के लिए ग्रुप-डी में कुल 1396 पद आरक्षित किए गए हैं।
भर्ती की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी और यह आयोग द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा व सामाजिक-आर्थिक मानदंडों के आधार पर की जाएगी। आयोग द्वारा घोषित आंकड़ों के अनुसार, ग्रुप-डी के 7596 पदों में से सबसे अधिक पद सफाई कर्मचारी (864 पद), चपरासी (454 पद), माली (319 पद), चौकीदार (286 पद), और बेलदार (207 पद) के लिए होंगे। इसके अलावा बीसीए वर्ग के लिए 1209 पदों पर भर्ती की जाएगी।
यह निर्णय इसलिए भी विशेष है क्योंकि यह अनुसूचित जातियों के उपवर्गीकरण पर आधारित है, जिसे लेकर लंबे समय से मांग की जा रही थी। अब तक एससी वर्ग के सभी उम्मीदवारों को एक साथ माना जाता था, लेकिन अब डीएससी और ओएससी को अलग-अलग पहचान दी गई है जिससे सामाजिक रूप से अधिक वंचित वर्गों को वरीयता दी जा सकेगी।
उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे निर्धारित तिथियों में पोर्टल पर जाकर अपनी श्रेणी अपडेट करें और सही प्रमाणपत्र अपलोड करें ताकि वे इस विशेष अवसर का लाभ उठा सकें।

